ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई: रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में शराब और कोयला कारोबारियों के 10 ठिकानों पर छापा

ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई: रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में शराब और कोयला कारोबारियों के 10 ठिकानों पर छापा

11, 8, 2025

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रायपुर, 21 सितंबर 2025: छत्तीसगढ़ में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने रविवार तड़के राज्य के तीन प्रमुख शहरों—रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग—में शराब और कोयला कारोबारियों के 10 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के तहत की गई है।

छापेमारी के प्रमुख स्थल

रायपुर में ईओडब्ल्यू की टीम ने शिव विहार कॉलोनी स्थित शराब कारोबारी अवधेश यादव के घर पर दबिश दी। इसके अलावा, बिलासपुर जिले के जांजगीर-चांपा और अकलतरा में भी शराब और कोयला कारोबारियों के ठिकानों पर जांच चल रही है। अकलतरा के आंबेडकर चौक के पास स्थित एक कोयला व्यापारी के निवास पर भी छापा मारा गया है।

जांच के प्रमुख बिंदु

ईडी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान 2019 से 2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती थी, जिसके चलते राज्य के राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। इस घोटाले में संलिप्त लोगों ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया था, जो होलोग्राम बनाने के लिए पात्र नहीं थी। टेंडर दिलाने के एवज में कंपनी के मालिक विधु गुप्ता से भारी कमीशन लिया गया था।

गिरफ्तारियाँ और रिमांड

इस मामले में पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास की गिरफ्तारी के बाद ईओडब्ल्यू सक्रिय हो गई है। निरंजन दास से प्रारंभिक पूछताछ में घोटाले में शामिल कई शराब और कोयला कारोबारियों के नाम सामने आए हैं। इसके आधार पर ईओडब्ल्यू की टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की और दस्तावेजों की जांच की।

निष्कर्ष

ईओडब्ल्यू की यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ सरकार की सख्त नीति को दर्शाती है। आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियाँ और खुलासे हो सकते हैं, जो राज्य की शासन व्यवस्था और प्रशासनिक संरचना की पारदर्शिता को प्रभावित करेंगे।

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