अंबिकापुर में हाथी के पानी भरे गड्ढे में गिरने से मची अफरा-तफरी, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

अंबिकापुर में हाथी के पानी भरे गड्ढे में गिरने से मची अफरा-तफरी, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

11, 8, 2025

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छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर वन परिक्षेत्र स्थित ग्राम सरगा खजुरपारा में सोमवार तड़के एक हाथी के पानी से भरे गहरे गड्ढे में गिरने से गांव में हड़कंप मच गया। यह घटना लगभग सुबह चार बजे हुई, जब हाथी अपने झुंड से अलग होकर गांव के रास्ते से गुजर रहा था। संकरा और फिसलन भरा रास्ता होने के कारण उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे किसान के घर के पास बने गहरे गड्ढे में गिर गया। हाथी के गिरते ही उसकी चिंघाड़ से पूरा गांव गूंज उठा, जिससे लोग घबराकर बाहर निकल आए और मौके पर भीड़ जमा हो गई।

तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी गई, और वन अमला तथा रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। गड्ढे के पास की जमीन काफी फिसलन भरी होने के कारण हाथी को बाहर निकालने में कठिनाई हो रही थी। रेस्क्यू अभियान में सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि हाथी का आकार इतना बड़ा था कि उसे लकड़ियों की सीढ़ी की मदद से बाहर निकालना संभव नहीं हो रहा था। ऐसे में वन विभाग ने गड्ढे के पास वाले हिस्से को एक्सीवेटर से चौड़ा करने का काम शुरू किया, साथ ही उस हिस्से की गहराई को कम कर एक ढलानदार रास्ता बनाया ताकि हाथी अपनी ताकत से चढ़कर बाहर निकल सके।

कड़ी मशक्कत के बाद हाथी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। वन विभाग की टीम ने सतर्कता और सूझबूझ से रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस घटना ने ग्रामीणों के लिए कौतूहल का विषय बन गया, और लोग दूर से हाथी की हरकतों और वन विभाग की कोशिशों पर नजर बनाए रहे।

यह घटना दर्शाती है कि वन्यजीवों और मानव बस्तियों के बीच बढ़ती नजदीकी से इस प्रकार की घटनाएं बढ़ सकती हैं। इसलिए वन विभाग को वन्यजीवों के सुरक्षित आवागमन के लिए उचित उपाय करने की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।

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