छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पशु तस्करी का एक गंभीर मामला सामने आया है।

छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पशु तस्करी का एक गंभीर मामला सामने आया है।

11, 8, 2025

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छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पशु तस्करी का एक गंभीर मामला सामने आया है। मरवाही पुलिस ने मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कटकोना निवासी सियाराम साहू (33) को गिरफ्तार किया है, जो अंतरराज्यीय पशु तस्करी में संलिप्त था। उसके पास से 7 गायों को जब्त किया गया है, जिन्हें अवैध रूप से तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था।


🐄 तस्करी का तरीका

आरोपी सियाराम साहू ने गायों को बेहोश करने के लिए नशीली दवाओं का उपयोग किया था। बेहोश गायों को एक कंटेनर में भरकर मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ लाया जा रहा था। यह तस्करी का तरीका न केवल अवैध है, बल्कि पशुओं के लिए भी अत्यंत क्रूर है।


🚨 पुलिस की कार्रवाई

मरवाही पुलिस ने सूचना मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और उसके पास से गायों को मुक्त कराया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पशु तस्करी और क्रूरता की धाराओं में मामला दर्ज किया है।


🐾 पशु तस्करी की बढ़ती घटनाएँ

यह घटना छत्तीसगढ़ में पशु तस्करी की बढ़ती घटनाओं का संकेत देती है। पिछले कुछ महीनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों से इस तरह की तस्करी के मामले सामने आए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की तस्करी से न केवल पशुओं के जीवन को खतरा है, बल्कि यह पर्यावरण और जैव विविधता के लिए भी हानिकारक है।


🛡️ संरक्षण की आवश्यकता

पशु तस्करी को रोकने के लिए कड़े कानून और उनकी प्रभावी कार्यान्वयन की आवश्यकता है। साथ ही, समाज में इस मुद्दे के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी जरूरत है। स्थानीय समुदायों को इस तरह की तस्करी के खिलाफ जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे ऐसे अपराधों की सूचना पुलिस तक पहुंचा सकें।


✅ निष्कर्ष

मरवाही में हुई इस घटना ने यह साबित कर दिया कि पशु तस्करी एक गंभीर अपराध है, जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज, प्रशासन और कानून-व्यवस्था के सभी अंगों को मिलकर काम करना होगा।

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