अंबिकापुर जिले के डेडरी एनीकट में निर्माण में लापरवाही का एक गंभीर उदाहरण सामने आया है।

अंबिकापुर जिले के डेडरी एनीकट में निर्माण में लापरवाही का एक गंभीर उदाहरण सामने आया है।

11, 8, 2025

10

image

अंबिकापुर जिले के डेडरी एनीकट में निर्माण में लापरवाही का एक गंभीर उदाहरण सामने आया है। 2018 में बने इस एनीकट के 18 में से 8 पिलर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिससे जलाशय में पानी रोकने का जोखिम बढ़ गया है। इस स्थिति के कारण जल संसाधन विभाग ने एनीकट से पानी रोकने का जोखिम नहीं लिया है।


🛠️ निर्माण में लापरवाही

स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों का कहना है कि एनीकट के निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई थी। पिलरों की गुणवत्ता में कमी और निर्माण सामग्री में दोष के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इसके परिणामस्वरूप, एनीकट की संरचनात्मक अखंडता पर प्रश्नचिह्न लग गया है।


🧾 प्रशासनिक प्रतिक्रिया

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने भी स्थिति का जायजा लिया है और आवश्यक मरम्मत कार्य की योजना बनाई जा रही है। हालांकि, मरम्मत कार्य की शुरुआत में देरी के कारण स्थानीय लोगों में चिंता बनी हुई है।


⚠️ भविष्य के लिए सबक

यह घटना यह दर्शाती है कि सरकारी निर्माण परियोजनाओं में गुणवत्ता नियंत्रण और मानकों की अनदेखी से गंभीर परिणाम हो सकते हैं। स्थानीय लोगों और पर्यावरण के लिए यह एक चेतावनी है कि निर्माण कार्य में सावधानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करना आवश्यक है।


✅ निष्कर्ष

डेडरी एनीकट में हुई लापरवाही ने यह साबित कर दिया कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता और मानकों की अनदेखी से न केवल संरचनात्मक समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, बल्कि यह सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी खतरे का कारण बन सकती है। इसलिए, भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़ी निगरानी और गुणवत्ता नियंत्रण की आवश्यकता है।

Powered by Froala Editor