बलरामपुर: वन विभाग को मिली बड़ी सफलता — अवैध लकड़ी जब्त व तस्करों पर कार्रवाई

बलरामपुर: वन विभाग को मिली बड़ी सफलता — अवैध लकड़ी जब्त व तस्करों पर कार्रवाई

11, 8, 2025

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बलरामपुर, छत्तीसगढ़ — वन विभाग ने अवैध कटान और लकड़ी तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तस्करों और अवैध गतिविधियों पर शिकंजा कस दिया है। इस अभियान में विभाग ने कुछ आरोपियों को पकड़ा और लकड़ी के जखीरे जब्त किए जाने की खबर है, जिससे वन विभाग की सक्रियता और जनता में उम्मीद दोनों बढ़े हैं।


क्या हुआ?

  • मुखबिर से सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई की।

  • टीम ने अवैध रूप से कटाई की गई लकड़ी, उपकरण और परिवहन सामग्री बरामद की।

  • आरोपियों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम (Forest Act) व संबंधित कानूनों के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया।


विभाग की कार्रवाई

  • जब्त लकड़ी की किस्में आम तौर पर साल, सागौन या अन्य कीमती प्रजातियाँ हो सकती हैं (हेडलाइन से अनुमान)।

  • तस्करों द्वारा लकड़ी की परिवहन में प्रयुक्त वाहनों और उपकरणों को विभाग ने कब्जे में लिया।

  • आरोपियों की गिरफ्तारी और कानूनी प्रक्रियाएँ शुरू कर दी गई हैं।


असर और प्रतिक्रिया

  • स्थानीय समुदाय ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है क्योंकि अवैध कटान से जंगल का नुकसान होता है, पर्यावरण खराब होता है और जैव विविधता पर असर पड़ता है।

  • लोगों को उम्मीद है कि इससे जंगल की कटाई पर लगाम लगेगी और संसाधनों की रक्षा होगी।

  • विभाग की यह सफलता यह दिखाती है कि शिकायतों और सूचना के आधार पर कार्रवाई संभव है।


आगे क्या होना चाहिए

  • वन विभाग को चाहिए कि इस तरह की कार्रवाई नियमित हो ताकि तस्करी करने वाले हतोत्साहित हों।

  • गांवों और जंगल से लगे इलाकों में निगरानी बढ़े — पैट्रोलिंग टीम, सीसीटीवी, ड्रोन आदि का इस्तेमाल किया जाए।

  • जंगलों की कटान के खिलाफ स्थानीय जागरूकता अभियान चलाएँ जाएँ, लोगों को जंगल की भूमिका व आवश्‍यकता समझाई जाए।

  • जब्त लकड़ियों और उपकरणों की लागत व सुधार-मरम्मत की जिम्मेदारी स्पष्ट होनी चाहिए ताकि पुनरावृत्ति न हो।

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