छत्तीसगढ़: दुर्ग जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद युवक की मौत, परिजनों ने लगाया गलत इलाज का आरोप

छत्तीसगढ़: दुर्ग जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद युवक की मौत, परिजनों ने लगाया गलत इलाज का आरोप

11, 8, 2025

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दुर्ग, छत्तीसगढ़। दुर्ग जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 23 वर्षीय युवक प्रभाष सूर्या की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों में भारी आक्रोश फैल गया। युवक मंगलवार दोपहर चूहा मारने की दवा खाने के बाद अस्पताल लाया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि रात भर उसकी हालत स्थिर थी और वह उनसे लगातार बात करता रहा। लेकिन बुधवार सुबह उल्टी कराने के लिए लगाए गए इंजेक्शन के कुछ देर बाद ही प्रभाष की अचानक मौत हो गई।

मृतक की मां पूजा सूर्या और भाई निखिल ने अस्पताल और डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गलत इंजेक्शन लगाने और सही समय पर उचित इलाज न मिलने की वजह से उनके बेटे की जान गई। परिजन आरोप लगाते हैं कि इंजेक्शन लगाने वाली महिला स्टाफ मौके से गायब हो गई और डॉक्टर मृतक का नाम भी सही से बताने से कतरा रहे थे।

घटना के बाद अस्पताल में तनाव का माहौल बन गया और OPD सेवाएं प्रभावित हुईं। पूर्व विधायक अरुण वोरा मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सुरक्षा के लिए अस्पताल परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

दुर्ग जिला नागरिक अस्पताल के चीफ सर्जन डॉ. आशीष मिंज ने बताया कि इलाज के प्रोटोकॉल के अनुसार इंजेक्शन नर्स ने दिया था, जिसमें उल्टी कराने और गैस बनने से रोकने के लिए आवश्यक दवाइयां शामिल थीं। घटना की जांच के लिए तीन डॉक्टरों की टीम बनाई गई है और पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी, जिससे सत्यापन में पारदर्शिता बनी रहे।

इस घटना ने स्थानीय स्वास्थ्य व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। सत्ताधारी एवं प्रशासनिक स्तर पर इस मामले को लेकर गहन ध्यान दिया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो और मरीजों को सही एवं सुरक्षित इलाज मिल सके।


इस तरह दुर्ग जिला अस्पताल में हुई यह दुखद घटना स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, जिम्मेदारी और पारदर्शिता पर व्यापक चर्चा का विषय बनी हुई है।

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