छत्तीसगढ़: सुप्रीम कोर्ट द्वारा मिली अग्रिम जमानत के साथ उत्पाद विभाग के अधिकारी रायपुर कोर्ट पहुंचे

छत्तीसगढ़: सुप्रीम कोर्ट द्वारा मिली अग्रिम जमानत के साथ उत्पाद विभाग के अधिकारी रायपुर कोर्ट पहुंचे

11, 8, 2025

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रायपुर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के उत्पाद विभाग के कुछ अधिकारियों को लेकर जबरदस्त कानूनी बहस के बीच, अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत प्रदान की है। इस आदेश के आधार पर उक्त अधिकारी रायपुर की कोर्ट में पेश हुए। इस कदम ने संबंधित अधिकारियों के लिए कानूनी आश्रय प्रदान किया है जो लंबी जांच प्रक्रिया के बीच न्यायालय से राहत की उम्मीद कर रहे थे।

जानकारी के अनुसार, यह मामला छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले से जुड़ा है, जिसमें विभागीय अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के allegations हैं। इनके खिलाफ जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा चल रही है। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने मामले में आरंभिक जमानत से इंकार कर दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद अब उन्हें जमानत मिली है।

सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसियों से सहयोग करते हुए जांच प्रक्रिया को बाधित न करने और कोर्ट के निर्देशों का पालन करने को कहा है। इसके साथ ही कोर्ट ने अधिकारियों को साफ तौर पर यह निर्देश दिया है कि वे जांच में पूरी तरह सक्षम और प्रामाणिक सहयोग दें।

अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि उन्हें इस जमानत से कार्यवाही की स्वतंत्रता मिलेगी और वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन न्यायसंगत रूप से कर सकेंगे। साथ ही, कोर्ट ने उनकी जमानत की शर्तों में आवेदनकर्ता का पासपोर्ट रद्द करना, दैनिक जांच अधिकारी से रिपोर्ट करना और जांच प्रक्रिया में सहयोग करते रहना शामिल किया है।

यह घटना प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के महत्वपूर्ण चरण की ओर इंगित करती है। साथ ही, यह न्यायपालिका की प्रक्रिया की पारदर्शिता और विधिक न्याय की जगह को भी दर्शाती है जहां आरोपी को न्याय सुनिश्चित करने के दौरान निर्धारित नियमों के तहत राहत दी जाती है।


इस प्रकार, छत्तीसगढ़ के उत्पाद अधिकारियों की सुप्रीम कोर्ट से मिली अग्रिम जमानत ने न केवल उनकी कानूनी स्थिति को सुधार दिया है, बल्कि यह पूरे न्याय व्यवस्था के प्रति जनता के विश्वास और निष्पक्षता की गारंटी भी साबित हो रही है। आगामी समय में इस मामले की जांच और अदालती सुनवाईयों में इस आदेश की बड़ी भूमिका होगी।

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