छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई से एक साइबर ठगी की घटना सामने आई है, जिसमें एक छात्र (या युवती/युवा) ऑनलाइन निवेश के वादे में फँस गया।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई से एक साइबर ठगी की घटना सामने आई है, जिसमें एक छात्र (या युवती/युवा) ऑनलाइन निवेश के वादे में फँस गया।

11, 8, 2025

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छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई से एक साइबर ठगी की घटना सामने आई है, जिसमें एक छात्र (या युवती/युवा) ऑनलाइन निवेश के वादे में फँस गया।


🕵️‍♂️ पूरा मामला क्या है

  • युवक को एक ऑनलाइन प्लेटफार्म या व्यक्ति ने यह भरोसा दिलाया कि अगर वो निवेश करेगा, तो उसे लगभग 50% मुनाफा मिलेगा।

  • शुरुआत में छोटे-से-छोटे निवेश पर प्लेटफार्म ने कुछ लाभ दिखाया, जिससे युवक को भरोसा हुआ और उसने अधिक राशि भेजी।

  • जैसे-जैसे रकम बढ़ी, उस वेबसाइट या ऐप ने पैसे निकालने के लिए कहा, लेकिन जब युवक ने पैसे वापस लेने की कोशिश की, तो वह संपर्क नहीं कर पाए।

  • आरोपी व्यक्ति या ग्रुप ने अचानक कॉल्स नहीं उठाने शुरू कर दिए और उस प्लेटफार्म से गायब हो गया।


⚠️ पीड़ित की प्रतिक्रिया और पुलिस की जांच

  • युवक ने इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है।

  • पुलिस जांच कर रही है कि उस प्लेटफार्म की पहचान कौन-सी है, कौन-से बैंक खाते उपयोग किए गए, और आरोपी का पता लगाया जा सके।

  • संभव है कि स्थानीय साइबर सेल या साइबर थाना इस मामले में शामिल हो।


💡 क्यों यह धोखाधड़ी काम कर गई?

  • सबसे बड़ा कारण: मुनाफे का वादा — ऐसे ऑफर अक्सर सुनने में अच्छे लगते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी बचत बढ़ाने की इच्छा रखते हैं।

  • दूसरा: शुरुआत में छोटे मुनाफे दिखा कर भरोसा बनाना। यानी “थोड़ा-थोड़ा कर के भरोसा जमा लिया जाए, फिर बड़ी रकम ले ली जाए।”

  • तीसरा: लोगों की ऑनलाइन जागरूकता की कमी — ये ऑनलाइन ठग अक्सर सोशल मीडिया, मैसेज या व्हाट्सऐप ग्रुप के ज़रिए संपर्क करते हैं, और ऑफर आकर्षक लगते हैं।


🛡️ क्या होना चाहिए था / कैसे बचा जा सकता है

  • निवेश करने से पहले प्लेटफार्म की विश्वसनीयता जांचें — क्या वो SEBI- या अन्य नियामक संस्था से पंजीकृत है?

  • छोटे-छोटे निवेश से शुरुआत करें और मुनाफे को निकालने की कोशिश करें ताकि पता चले कि प्रणाली सच में काम कर रही है।

  • किसी भी “गारंटीड रिटर्न”, “बहुत तेज मुनाफा” जैसे वादों पर तुरंत भरोसा न करें।

  • अपुष्ट लिंक, संदिग्ध ऐप या ऑफर को क्लिक करने से पहले सोचें; अक्सर ये लिंक ही धोखाधड़ी का प्रवेशद्वार होते हैं।

  • धोखाधड़ी की जानकारी मिलने पर पुलिस शिकायत दर्ज कराना चाहिए और साइबर सेल से संपर्क करना चाहिए।


🔍 समाज पर असर और उदाहरण

  • ऐसी घटनाएँ सिर्फ़ व्यक्तिगत नुकसान नहीं करतीं, बल्कि विश्वास को भी तोड़ती हैं — निवेश प्लेटफार्मों, ऑनलाइन कारोबारों और वित्तीय लेन-देन की विश्वसनीयता पर।

  • युवाओं और छात्रों के बीच ऑनलाइन निवेश की प्रवृत्ति बढ़ रही है, लेकिन जागरूकता न होने पर नुकसान भी बड़ा हो सकता है।

  • छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां मुनाफे का वादा किया गया, थोड़ा-थोड़ा प्रॉफिट दिखाया गया, लेकिन जब पैसे निकालने की बारी आई तो धोखा हुआ।

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