हाईवे पर बैठे मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट बांधे गए

हाईवे पर बैठे मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट बांधे गए

24, 9, 2025

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देवरी / सारागांव (छत्तीसगढ़) — सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और मवेशियों को दुर्घटनाओं से बचाने के उद्देश्य से एक नई पहल की गई है। राष्ट्रीय हाईवे पर घूमने और सड़क किनारे बैठने वाली गायों एवं अन्य मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट (प्रतिवर्तक पट्टियाँ) बांधी गई हैं।

घटना का विवरण

रात के समय जब दृश्यता कम होती है, मवेशियाँ सड़क पर बैठ जाती हैं या कहीं खड़ी हो जाती हैं, जिससे वाहन चालकों को उन्हें पहचानने में समस्या होती है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने यह कदम उठाया है। रेडियम बेल्ट पहनी मवेशियाँ अँधेरे में वाहन चालकों की नजरों से अधिक स्पष्ट नजर आएँगी।

इस कार्रवाई के तहत, उन मवेशियों की पहचान की गईं जो नियमित रूप से हाईवे के किनारे आकर बैठती हैं या घूमती हैं। उनके गले में चमकदार पट्टियाँ बांधी गईं, ताकि अक्सर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

मकसद और अपेक्षाएँ

इस पहल का मुख्य उद्देश्य दुर्घटनाओं को कम करना है — खासकर रात के समय जब वाहन चालकों को अचानक सामने आने वाली मवेशियों का पता न चल सके। रेडियम बेल्ट एक तरह का चेतावनी संकेत है जो उन्हें ज्यादा दृष्टिगोचर बनाती है।

इससे यह उम्मीद की जा रही है कि:

  • चालक मवेशियों को पहले ही देख सकेंगे और समय रहते धीमा कर सकेंगे

  • मवेशियों को टकराव की संभावना कम होगी

  • सड़क सुरक्षा में सुधार होगा

चुनौतियाँ

  • सभी मवेशियों को चिन्हित करना आसान नहीं है — कुछ वन क्षेत्रों में या दूरदराज इलाकों में मवेशी हो सकते हैं।

  • पट्टियाँ समय के साथ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं या गिर सकती हैं — उन्हें नियमित देखभाल की आवश्यकता होगी।

  • इस प्रकार की प्रणाली तब ही सफल होगी जब इसे व्यापक रूप से लागू किया जाए और उपयुक्त संसाधन उपलब्ध हों।

संदर्भ और अन्य राज्यों की मिसाल

यह विचार पहले भी अन्य जगहों पर अपनाया गया है। उदाहरण के लिए, अन्य राज्यों में आवारा मवेशियों पर रेडियम बेल्ट लगाने की पहल हो चुकी है जिससे रात को उन्हें पहचानना आसान हो।

इस भारत एवं राज्य स्तर पर एक उभरती हुई सुरक्षा तकनीक है, जिसे अगर निरंतर और व्यवस्था पूर्वक लागू किया जाए, तो यह न केवल मवेशियों की सुरक्षा बढ़ा सकती है बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में मदद कर सकती है।

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