छत्तीसगढ़ में नवरात्रि, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों का संगम

छत्तीसगढ़ में नवरात्रि, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों का संगम

24, 9, 2025

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छत्तीसगढ़ राज्य में हाल ही में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसने प्रदेशवासियों की आस्था, जागरूकता और राजनीतिक सक्रियता को नई दिशा दी। नवरात्रि पर्व के धार्मिक उत्सव से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और राजनीति से जुड़ी गतिविधियों ने प्रदेशभर में लोगों की भागीदारी और उत्साह को बढ़ावा दिया।

नवरात्रि उत्सव और ज्योति कलश

कबीरधाम जिले में नवरात्रि के पावन अवसर पर मंदिरों में विशेष आयोजन किए गए। जगदंबा मंदिर में 54, मटिया स्थित मां शीतला मंदिर में 66, कूंरा में 117 और संडी सिद्धि माता मंदिर में 9372 ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए। इन कलशों की रोशनी ने मंदिरों को दिव्य आभा से जगमगा दिया।

भक्तों ने दीप जलाकर माता रानी की पूजा-अर्चना की और दुर्गा सप्तशती पाठ में भाग लिया। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने चैतन्य देवियों की सुंदर झाँकी प्रस्तुत की, जिससे आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव हुआ। मरोड़हरा में पाण्डवानी गायिका पूनम ने महाभारत के प्रसंगों का गीतात्मक प्रस्तुतिकरण किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बालोद जिले के झलमला स्थित गंगा मैया मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन 1271 दीपों से मंदिर परिसर को सजाया गया। श्रद्धालुओं ने दीप प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना की और महाप्रसादी ग्रहण की। मंदिर परिसर में सुरक्षा और व्यवस्था कड़ी की गई थी ताकि सभी श्रद्धालु सुरक्षित रूप से हिस्सा ले सकें।

सामाजिक और शैक्षिक पहलें

बालोद जिले में शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। मर्ज किए गए सरकारी स्कूलों के संचालन को लेकर बैठक हुई, जिसमें शिक्षक-छात्र अनुपात, भौतिक सुविधाएँ और शैक्षिक गुणवत्ता पर चर्चा की गई। यह सुनिश्चित किया गया कि मर्ज के बाद छात्रों की शिक्षा पर कोई असर न पड़े।

सभी सरकारी स्कूलों को गुजरात मॉडल के आधार पर सैटेलाइट से जोड़ने की योजना बनाई गई है। इस पहल से दूरस्थ क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित होगी और डिजिटल समावेशन को बढ़ावा मिलेगा। इसके तहत स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल शिक्षा सामग्री का उपयोग किया जाएगा, तथा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

लुडेज़ में सरस्वती साइकिल वितरण योजना के तहत 53 बालिकाओं को साइकिलें प्रदान की गईं, जिससे उनकी पढ़ाई और स्कूल आने-जाने की सुविधा बेहतर होगी। इसके अलावा, पामगढ़ में दृष्टि और श्रवण बाधित छात्रों को फल वितरण कार्यक्रम के माध्यम से पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।

स्वच्छता पखवाड़ा के तहत दर्रा गांव में स्वच्छता अभियान आयोजित किया गया। ग्रामीणों ने सड़कों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई की, जिससे स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी।

सुरक्षा और प्रशासनिक कार्रवाई

कबीरधाम जिले में 1.84 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोपी 9 साल बाद गिरफ्तार किया गया। नाबालिग लड़की का अपहरण करने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया और लड़की को सुरक्षित मुक्त कराया गया। इस दौरान स्थानीय विधायक और ग्रामीणों ने कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बालोद जिले में CMHO कार्यालय के सामने दीवार हटाने का कार्य शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य परिसर को व्यवस्थित और सौंदर्यपूर्ण बनाना है। इसके बाद हरियाली और बैठने की व्यवस्था बनाई जाएगी।

राजनीतिक गतिविधियाँ

अंबिकापुर में भाजपा प्रदेश महामंत्री नवीन मार्कण्डेय का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को बहुमत दिलाने का आह्वान किया और संगठन मजबूत करने का संदेश दिया।

ससुराल पटना नगर में छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री राजेश अग्रवाल का स्वागत समारोह आयोजित हुआ। उन्होंने स्थानीय नागरिकों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और जनता के बीच भाजपा की नीतियों को पहुँचाने का आह्वान किया।

बालोद जिले में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने बिजली दरों में वृद्धि के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार से तत्काल बिजली दरों में वृद्धि को वापस लेने की मांग की।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी वेतनमान संशोधन को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मांगों में वेतन वृद्धि, बेहतर कार्य परिस्थितियाँ और प्रोन्नति नीति में पारदर्शिता शामिल थी। प्रशासन ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की पुष्टि करते हुए बैठक आयोजित करने का आश्वासन दिया।

संस्कृति और धार्मिक जागरूकता

बालोद जिले में बोधगया महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन के समर्थन में विशाल रैली आयोजित की गई। इसमें हजारों बौद्ध अनुयायी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। रैली का उद्देश्य महाबोधि मंदिर के प्रबंधन में बौद्ध समुदाय की पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करना था। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस आंदोलन का समर्थन प्राप्त हुआ।

निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ में इन सभी कार्यक्रमों और पहलों ने धार्मिक, सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक गतिविधियों का एक रंगारंग माहौल प्रस्तुत किया। नवरात्रि में मंदिरों में भक्ति और आस्था की भावना, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी पहलें, प्रशासनिक सुधार और राजनीतिक सक्रियता ने प्रदेशवासियों की जीवनशैली, जागरूकता और एकता को सशक्त किया।

प्रदेश के धार्मिक और सामाजिक आयोजनों से लोगों में भाईचारे और सामुदायिक भावना का विकास हुआ, जबकि शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सुधार ने जीवन की गुणवत्ता बढ़ाई। राजनीतिक गतिविधियों ने जनता और सरकार के बीच संवाद का अवसर प्रदान किया और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की।

इस प्रकार, छत्तीसगढ़ राज्य में धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों का यह संगम समाज में सकारात्मक बदलाव और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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