छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के अजगरबहार गांव के पास सड़क पर एक 10 फीट लंबा किंग कोबरा देखा गया

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के अजगरबहार गांव के पास सड़क पर एक 10 फीट लंबा किंग कोबरा देखा गया

24, 9, 2025

18

image

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के अजगरबहार गांव के पास सड़क पर एक 10 फीट लंबा किंग कोबरा देखा गया, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पर्यटकों ने सड़क पार करते समय इस विशालकाय सांप को देखा और इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी।


🐍 किंग कोबरा की पहचान और महत्व

किंग कोबरा (Ophiophagus hannah) दुनिया का सबसे लंबा विषैला सांप है, जिसकी लंबाई 18 फीट तक हो सकती है। यह प्रजाति छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में ही पाई जाती है और इसे "सुरक्षित" श्रेणी में रखा गया है। किंग कोबरा मुख्य रूप से अन्य सांपों को अपना आहार बनाता है और पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


🛠️ वन विभाग की तत्परता

सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और किंग कोबरा को सुरक्षित रूप से पकड़कर उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया। वन विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे इस तरह की घटनाओं की सूचना तुरंत दें और किसी भी सांप को नुकसान न पहुंचाएं।


🌱 संरक्षण की दिशा में कदम

कोरबा जिले में किंग कोबरा के संरक्षण के लिए नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी के साथ मिलकर वन विभाग ने कई पहल की हैं। स्थानीय समुदायों को जागरूक किया गया है और उन्हें किंग कोबरा के बारे में जानकारी दी गई है। इसके परिणामस्वरूप, लोग अब सांपों को मारने के बजाय वन विभाग को सूचित करते हैं, जिससे किंग कोबरा की संख्या में वृद्धि हुई है। हाल ही में, कोरबा जिले के कोरकोमा गांव में एक 13 फीट लंबा किंग कोबरा भी देखा गया था, जिसे सुरक्षित रूप से रेस्क्यू किया गया। 


🛑 सुरक्षा सुझाव

  • संवेदनशीलता बनाए रखें: किंग कोबरा जैसे विषैले सांपों को देखकर घबराएं नहीं।

  • सूचना दें: किसी भी सांप को देखने पर वन विभाग को सूचित करें।

  • सुरक्षित दूरी बनाए रखें: सांप के पास जाने या उसे परेशान करने से बचें।

  • प्रशिक्षण लें: स्थानीय समुदायों को सांपों के बारे में जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान करें।


कोरबा जिले में किंग कोबरा की उपस्थिति और इसके संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदम यह दर्शाते हैं कि यदि समुदाय और प्रशासन मिलकर काम करें, तो वन्यजीवों और मानवों के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व संभव है।





Powered by Froala Editor