बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव — आज से छत्तीसगढ़ में बारिश की संभावना, धान फसलों के लिए राहत

बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव — आज से छत्तीसगढ़ में बारिश की संभावना, धान फसलों के लिए राहत

24, 9, 2025

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मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव क्षेत्र बन चुका है, जो आज से छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश और मेघगर्जन की गतिविधियों को सक्रिय कर देगा। इस बारिश को धान और अन्य खरीफ फसलों के लिए लाभदायक माना जा रहा है। 

मानसून की वापसी की तैयारी

मानसून की विदाई की प्रक्रिया तो चल रही थी, लेकिन इस नए कम दबाव क्षेत्र के कारण प्रदेश में फिर से बारिश की संभावनाएँ पैदा हो गई हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि बुधवार से कई जिलों में रिमझिम वर्षा की संभावना है। 

धूप-छाँव की यह चाल तापमान में उतार-चढ़ाव और उमस दोनों को बढ़ा सकती है। इस बदलाव ने पहले ही लोगों को राहत दी है क्योंकि उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। 

कौन-कौन से इलाके प्रभावित हो सकते हैं

पूर्व-मध्य और सीमावर्ती उत्तरी बंगाल की खाड़ी से जुड़े इस कम दबाव क्षेत्र का असर मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ तक पहुंचने की संभावना है। वहाँ भारी बारिश और गर्जन गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है। 

राजनांदगांव जिले में अब तक के मानसून सत्र में सबसे अधिक 1191.2 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। इसके विपरीत, छुरिया तहसील में सबसे कम — लगभग 681 मिमी — वर्षा हुई है। 

दूसरी ओर, अधिकांश तहसीलों में औसत वर्षा 885.4 मिमी के आसपास है। 

फसलों को फायदा, लेकिन जोखिम भी

धान की फसल इस समय दाने भरने की अवस्था में है। इस अवधि में सही मात्रा में पानी मिलना बेहद जरूरी है — न ज़्यादा और न कम। इस नए बारिश चक्र से फसलों को बेहद लाभ हो सकता है। 

लेकिन बहुत ज़्यादा बारिश, तेज हवाएँ व आकाशीय बिजली भी एक जोखिम हैं — खेतों में जलजमाव हो सकता है और मक्का, पॉटैटो जैसी फसलें अधिक नमी से प्रभावित हो सकती हैं।

प्रशासन और लोगों के लिए सलाह

  • लोथापानियों को पानी निकासी व्यवस्था दुरुस्त करनी होगी, ताकि जलजमाव न हो।

  • किसानों को सुझाव दिया गया है कि फसलों के आस-पास वाली नालियों को साफ रखें ताकि पानी बहने का रास्ता हो।

  • मोबाइल अलर्ट और मौसम अपडेट पर नज़र बनाए रखना चाहिए, विशेषकर तेज बारिश या गर्जन की चेतावनियों के लिए।

  • ग्रामीण इलाकों में, जहाँ बिजली वायर नीचे हो सकते हैं, सावधानी बरतें और बिजली उपकरणों से दूर रहें।

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