रायपुर के एक निजी अस्पताल में एक महिला की मौत ने चिकित्सा लापरवाही के सवालों को फिर से खड़ा कर दिया है।

रायपुर के एक निजी अस्पताल में एक महिला की मौत ने चिकित्सा लापरवाही के सवालों को फिर से खड़ा कर दिया है।

24, 9, 2025

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रायपुर के एक निजी अस्पताल में एक महिला की मौत ने चिकित्सा लापरवाही के सवालों को फिर से खड़ा कर दिया है। महिला को घुटने के नीचे की हड्डी में समस्या के इलाज के लिए भर्ती किया गया था, लेकिन ऑपरेशन के बाद उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। कुछ घंटों बाद उनकी मौत हो गई।


🩺 ऑपरेशन से पहले की स्थिति

महादेव घाट, रायपुरा निवासी 53 वर्षीय सीमा उपाध्याय की भतीजी वंदना तिवारी के अनुसार, सीमा पिछले हफ्ते परिवार के साथ जगन्नाथपुरी गई थीं। समुद्र में नहाने के दौरान वह गिर गईं, जिससे उनके घुटने के नीचे काफी दर्द हुआ। डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा। 7 अगस्त को उन्हें रायपुरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने 8 अगस्त को ऑपरेशन की बात कही, लेकिन वह नहीं हुआ।


🏥 ऑपरेशन के बाद की घटनाएँ

11 अगस्त को महिला को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। दोपहर तक परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी गई और न ही महिला से मिलने दिया गया। शाम 3 बजे डॉक्टरों ने बताया कि महिला को वेंटिलेटर पर डालना पड़ा है। एक घंटे तक जब कोई जानकारी नहीं दी गई, तो परिजन जबरदस्ती अंदर घुसे और देखा कि डॉक्टर और स्टाफ महिला को पंपिंग कर रहे थे। परिजनों को देखते ही डॉक्टरों ने कहा कि महिला की मौत हो गई है।


⚠️ परिजनों के आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन से पहले और बाद में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि घुटने के इलाज में मौत कैसे हो गई? अस्पताल प्रबंधन ने इन सवालों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिससे परिजनों में नाराजगी बढ़ गई।


🏛️ अस्पताल प्रबंधन की प्रतिक्रिया

अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। परिजनों के आरोपों के बावजूद, अस्पताल ने कोई स्पष्टीकरण नहीं प्रस्तुत किया, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।


🧾 निष्कर्ष

यह घटना चिकित्सा लापरवाही और अस्पतालों की जवाबदेही पर सवाल उठाती है। अस्पतालों को मरीजों और उनके परिजनों को इलाज की प्रक्रिया और संभावित जोखिमों के बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए। इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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