बिलासपुर में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को एक महत्वपूर्ण मॉकड्रिल का आयोजन किया गया।

बिलासपुर में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को एक महत्वपूर्ण मॉकड्रिल का आयोजन किया गया।

24, 9, 2025

10

image

बिलासपुर में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को एक महत्वपूर्ण मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य बाढ़ और गैस रिसाव जैसी आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी तरीके से निपटने की क्षमता का परीक्षण करना था।


🌀 बाढ़ से निपटने का अभ्यास

बिलासपुर के छटघाट क्षेत्र में अरपा नदी के किनारे बाढ़ से बचाव के लिए एक मॉकड्रिल आयोजित की गई। इस अभ्यास में एसडीआरएफ बिलासपुर और एनडीआरएफ कटक की टीमों ने भाग लिया। टीमों ने एचडीपीई मोटर बोट, इंफ्लेटेबल रबर मोटर बोट और लाइफ जैकेट जैसे आधुनिक उपकरणों का उपयोग करते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रैक्टिस की। इस अभ्यास का उद्देश्य बाढ़ के दौरान त्वरित और सुरक्षित बचाव कार्यों को सुनिश्चित करना था।


🧪 गैस रिसाव की मॉकड्रिल

दूसरी मॉकड्रिल एनटीपीसी परिसर में आयोजित की गई, जिसमें क्लोरीन गैस रिसाव की काल्पनिक स्थिति पर अभ्यास किया गया। इसमें सीआईएसएफ, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने भाग लिया। फायर ब्रिगेड ने वाटर कर्टेन बनाकर गैस के प्रभाव को कम करने का प्रदर्शन किया। इसके अलावा, बीए सेट से पीड़ितों को बचाने का अभ्यास भी किया गया।


👥 अधिकारियों की उपस्थिति

इस मॉकड्रिल में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट दीपांकुर नाथ ने इंसिडेंट कमांडर की भूमिका निभाई। डीएसपी भारती मरकाम और आईपीएस गगन कुमार आब्जर्वर के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम में डीआईजी होमगार्ड एल.पी. वर्मा, एनडीआरएफ कमांडेंट डॉ. नवीन कुमार और आपदा राहत शाखा की नोडल अधिकारी रजनी भगत समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।


✅ निष्कर्ष

इस मॉकड्रिल ने आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखा और विभिन्न टीमों के बीच समन्वय को मजबूत किया। अधिकारियों ने इस अभ्यास को सफल बताया और भविष्य में भी ऐसे अभ्यासों की आवश्यकता पर बल दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि बिलासपुर प्रशासन आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

Powered by Froala Editor