तिलक वर्मा और कुलदीप यादव की धाकड़ भूमिका

तिलक वर्मा और कुलदीप यादव की धाकड़ भूमिका

29, 9, 2025

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जब भारत और पाकिस्तान एशिया कप 2025 के फाइनल में आमने-सामने आए, तो यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों को दिल पर पकड़ कर बैठने जैसा बना। मुकाबले की कहानी उन कुछ पलों में छुपी है — एक स्ट्राइकबेट पारी, एक धधकता स्पिन आक्रमण और दबाव की घड़ी में संयम। नीचे जानिए, किस तरह भारत ने जीत की पटखनी दर्ज की:


पाकिस्तान की पारी — शुरुआत मजबूत, अंत दर्दनाक

पिच पर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पाकिस्तान ने अच्छी शुरुआत की। साहिबज़ादा फर्हान (57 गेंदों में) और फख़र ज़मान (46 रन) ने पहले विकेट के लिए 10 ओवरों के भीतर 84 रन जोड़कर शानदार शुरुआत दी।
लेकिन जैसे ही मध्य-ओवर आए, भारत का स्पिन आक्रमण खतरनाक हुआ। कुलदीप यादव ने 4 विकेट झटके और पाकिस्तान की पिच पर गिरावट का फायदा उठाया। वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने भी कम रन देते हुए टीम को दबाव में रख दिया।
पाकिस्तान की टीम 146 रन पर ऑल-आउट हो गई — एक जबरदस्त गेंदबाज़ी प्रदर्शन ने विपक्ष को टीम को संभलने का मौका नहीं दिया।


भारत की पारी — शुरुआत में झटके, फिर तिलक ने संभाला कमान

भारत की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही — अभिषेक शर्मा, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल जल्दी आउट हुए। टीम स्कोर कर रही थी मुश्किल हालात में — 20 रन पर 3 विकेट गिर चुके थे।
तब आया वह मोड़ — तिलक वर्मा ने नाबाद 69 रन की पारी खेलकर पूरी टीम को खींचा। उन्होंने शानदार संयम दिखाया, रख-रखाव किया, बड़े शॉट्स बिखेरे। उनके साथ संजू सैमसन और शिवम दुबे ने साझेदारियाँ निभाईं, और टीम को लक्ष्य के करीब ले गए।
अंततः भारत ने 2 गेंद बाकी रहते 150/5 बनाकर लक्ष्य हासिल किया — जीत पर भारत का कब्ज़ा।


मुकाबले की खास बातें

  • यह मुकाबला भारत-पाकिस्तान फाइनल में पहली बार हुआ — ज़्यादा मनोरंजन और इमोशन्स से लबरेज़।

  • कुलदीप यादव की 4 विकेट की स्पेल ने मुकाबले का झुकाव भारत की ओर कर दिया।

  • तिलक वर्मा की नाबाद पारी सावधानी, शक्ति और दबाव प्रबंधन का बेहतरीन नमूना थी।

  • साझेदारी और समय पर रन बनाने की रणनीति ने भारत को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला।

  • भारत ने यह जीत पकड़ी — जीत के इस मुकाम तक पहुँचने में टीम की मानसिक मजबूती और संयोजन ने भूमिका निभाई।

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