दिल्ली के बाबा चैतन्यानंद पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप: 17 छात्राओं से जुड़े मामले में गिरफ्तारी

दिल्ली के बाबा चैतन्यानंद पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप: 17 छात्राओं से जुड़े मामले में गिरफ्तारी

29, 9, 2025

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दिल्ली के एक स्वयंभू बाबा, स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती, पर वसंत कुंज स्थित एक निजी प्रबंधन संस्थान की 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। यह मामला तब सामने आया जब छात्राओं ने आरोप लगाया कि उन्हें शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। पुलिस ने इस मामले में स्वामी चैतन्यानंद को आगरा से गिरफ्तार किया और उन्हें 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।


गिरफ्तारी और पुलिस कस्टडी

स्वामी चैतन्यानंद की गिरफ्तारी आगरा के एक होटल से रविवार तड़के की गई। गिरफ्तारी के बाद उन्हें दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उन्हें 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। पुलिस ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है, जिसमें यौन उत्पीड़न, धोखाधड़ी और धमकी शामिल हैं।


आरोपों की गंभीरता

छात्राओं ने आरोप लगाया कि स्वामी चैतन्यानंद ने उन्हें अपने आवास पर बुलाकर शारीरिक उत्पीड़न किया। इसके अलावा, उन्होंने छात्राओं को विकृत संदेश, अश्लील बातें और अनचाहे शारीरिक संपर्क का सामना कराया। कुछ छात्राओं ने यह भी बताया कि संस्थान के कर्मचारियों ने उन्हें स्वामी के आदेशों का पालन करने के लिए दबाव डाला।


फर्जी प्रमाणपत्र और पहचान पत्र

पुलिस ने स्वामी चैतन्यानंद के पास से दो फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद किए हैं। एक कार्ड में उन्हें संयुक्त राष्ट्र के स्थायी राजदूत के रूप में दर्शाया गया है, जबकि दूसरे में उन्हें BRICS संयुक्त आयोग के सदस्य और भारत के विशेष दूत के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इन फर्जी प्रमाणपत्रों के माध्यम से उन्होंने अपनी पहचान को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया।


पूर्व आपराधिक इतिहास

स्वामी चैतन्यानंद का आपराधिक इतिहास भी विवादों से भरा हुआ है। उनके खिलाफ पहले भी 5 FIRs दर्ज की गई थीं, जिनमें यौन उत्पीड़न, धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों के आरोप शामिल हैं। 2016 में भी उन्हें एक यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।


संस्थान की प्रतिक्रिया

वसंत कुंज स्थित प्रबंधन संस्थान ने स्वामी चैतन्यानंद से सभी संबंधों को समाप्त कर दिया है और इस मामले में अपनी निंदा की है। संस्थान ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्वामी चैतन्यानंद अब संस्थान से जुड़े नहीं हैं और उनके द्वारा किए गए कृत्यों के लिए संस्थान जिम्मेदार नहीं है।


पुलिस की जांच और भविष्य की कार्रवाई

पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ और भी मामले दर्ज हैं। साथ ही, यह भी जांचा जा रहा है कि क्या उन्होंने अन्य संस्थानों या व्यक्तियों के साथ भी धोखाधड़ी की है। पुलिस ने यह भी कहा है कि वे इस मामले में सभी तथ्यों को सामने लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और दोषियों को सजा दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।

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