सरगुजा में बांध टूटने से किसानों की धान की फसलें बर्बाद

सरगुजा में बांध टूटने से किसानों की धान की फसलें बर्बाद

29, 9, 2025

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छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड स्थित ग्राम पंचायत गेरसा में शनिवार, 6 सितंबर 2025 को एक दुखद घटना घटी। यहां स्थित 1988 में निर्मित जलाशय का एक बड़ा हिस्सा अचानक टूट गया, जिससे भारी तबाही मच गई। बांध का पानी नीचे के खेतों में बह गया, जिससे किसानों की कई एकड़ धान की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं।

बांध टूटने की वजह

स्थानीय निवासियों के अनुसार, बांध में शुक्रवार रात से ही पानी का रिसाव शुरू हो गया था। शनिवार सुबह लगभग 9 बजे बांध की दीवार का एक हिस्सा टूट गया, जिससे पानी का तेज बहाव खेतों में आ गया। गनीमत रही कि बांध के नीचे कोई बस्ती नहीं थी, जिससे जनहानि की संभावना टल गई। हालांकि, किसानों को भारी नुकसान हुआ है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर विलास भोसकर मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बांध की मरम्मत और स्थिति पर निगरानी रखने के निर्देश दिए। साथ ही प्रभावित किसानों को राहत दिलाने का आश्वासन भी दिया।

किसानों की शिकायतें

ग्रामीणों का कहना है कि गेरसा जलाशय की क्षमता से अधिक पानी भरने और नियमित देखरेख की कमी के कारण बांध का एक हिस्सा टूट गया। उनका आरोप है कि जल संसाधन विभाग ने समय पर मरम्मत कार्य नहीं किया, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।

पिछले हादसे की यादें

यह घटना बलरामपुर जिले के लुत्ती जलाशय के टूटने के चार दिन बाद हुई है, जिसमें 7 लोगों की जान चली गई थी और 50 से अधिक मवेशी मारे गए थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि पुराने बांधों की मरम्मत और देखरेख में लापरवाही से गंभीर हादसे हो रहे हैं।

मौसम की भूमिका

पिछले कुछ दिनों से उत्तरी छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो रही है, जिससे सभी नदी-नाले और जलाशय लबालब भर गए हैं। ऐसे में पुराने हो चुके बांधों की मरम्मत की कमी से वे टूट रहे हैं, जिससे जान-माल का नुकसान हो रहा है।

किसानों के लिए राहत की आवश्यकता

सरकार और प्रशासन से यह अपेक्षा की जाती है कि वे प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत प्रदान करें। इसके लिए तत्काल फसल क्षति का आकलन कर मुआवजा राशि जारी की जाए और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सहायता पहुंचाई जाए।

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