धमतरी: चोरी की रात हत्या का रूप ले गई — पति-पत्नी को बंधक बनाकर बदमाशों ने साजिश की

धमतरी: चोरी की रात हत्या का रूप ले गई — पति-पत्नी को बंधक बनाकर बदमाशों ने साजिश की

11, 8, 2025

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धमतरी जिले के ग्राम भानपुरी में एक भयावह रात घटी, जब आधी रात तीन नकाबपोश चोरों ने एक घर में चोरी करने के बाद स्थिति को हिंसक मोड़ दे दिया। चोरी पकड़े जाने पर पति-पत्नी को बंधक बनाया गया, और चाकू की धार से पति की जान ले ली गई। घटना ने इलाके में खौफ बढ़ा दिया है और पुलिस को आरोपी बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।


घटना की पूरी कहानी

  • समय था रात करीब आधी। किरीत राम साहू और उनकी पत्नी रश्मि साहू अपने घर ग्राम भानपुरी में सोए हुए थे। अचानक घर में विचलन हुआ, उन्हें लगा कि कोई चोरी कर रहा है।

  • तीन नकाबपोश व्यक्ति घर में घुसे। उन्होंने पति-पत्नी को उठाया, उन्हें बंधक बनाया और रुपये एवं कीमती सामान देने की मांग की।

  • इस दौरान बहस हुई। किसी बात पर किरीत राम साहू ने विरोध किया। बदमाशों ने गुस्से में आकर किरीत के पेट और पसलियों पर चाकू वार कर दिया। घायलों के कөдөл होने पर किरीत वहीं पर ही मृत्यु को प्राप्त हो गए।

  • उसके बाद चोर मोबाइल, नकदी, सोने-चाँदी के आभूषण आदि लेकर भाग निकले। रश्मि साहू जब संभव हुई, निकलकर पास की किराएदार महिला को सूचना दी।


तुरंत बाद की कार्रवाई

  • किराएदार महिला ने पुलिस कंट्रोल रूम से लेकर स्थानीय पुलिस थाना तक सूचना पहुंचाई। पुलिस टीम तुरंत घटना स्थल ग्राम भानपुरी पहुँची।

  • पुलिस ने घर और आसपास का मुआयना (पंचनामा) किया और घटना स्थल को सील कर साक्ष्य सुरक्षित किए।

  • अगले दिन सुबह शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।


मृतक, परिवार की स्थिति और सामाजिक प्रभाव

  • मृतक किरीत राम साहू ग्राम भानपुरी निवासी थे। उनका परिवार इस घटना से स्तब्ध है। उनकी पत्नी रश्मि साहू बंधक से छूटने के बाद सदमे में हैं।

  • बेटी-दामाद उस समय गाँव में मौजूद नहीं थे; वे बालोद गए हुए थे। घर-परिवार व आसपास के लोग घटना से झकझोर गए हैं।

  • इस घटना से गाँव में डर का माहौल है। रात में सोने, ताला-चाबी-सुरक्षा आदि सभी चीजों को लेकर लोग चिंित हो गए हैं।


पुलिस की स्थिति और खोजबीन

  • पुलिस ने पुष्टि की कि आरोपितों ने हत्या की नियत से इस वारदात को अंजाम दिया। धारदार हथियारों का उपयोग हुआ है।

  • पुलिस अपराधिक पृष्ठभूमि, निशान और संदिग्ध गतिविधियों वाले व्यक्तियों की तलाश कर रही है। उन चोरों की पहचान एवं गिरफ्तारी की दिशा में खुफिया जानकारी जुटाई जा रही है।

  • स्थानीय प्रशासन ने भी इस कांड की गम्भीरता को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का निर्देश दिया है।


विषय की संवेदनशीलता और सामाजिक बातचीत

  • यह घटना सिर्फ चोरी-लूट की नहीं, बल्कि मानव जीवन और गरिमा से जुड़े सवाल खड़े करती है। किरीत साहू ने विरोध किया, लेकिन उनका परिवार आज न्याय की उम्मीद में है।

  • सामाजिक संवाद में यह बात जोरदार उठी है कि घरों की सुरक्षा, पुलिस पहुँच, लोगों की आपातकालीन सहायता प्रणाली कितनी सक्षम है — कहीं यह दोष सिर्फ चोरों का नहीं, बल्कि ज़रूरी सुरक्षा ढाँचे की कमी का भी है।

  • किरीत साहू की हत्या से यह भी दिखता है कि चोरी-लूट जब मौक़ा-मोती पर स्थिति बिगाड़ दे, तो हिंसा किस तरह बढ़ जाती है।


क्या किया जाना चाहिए — सुझाव और अपेक्षाएँ

  1. त्वरित गिरफ्तारी – पुलिस को आरोपितों को जल्द पकड़ कर मामले को सुलझाना चाहिए। झूठी गवाही, संदेहियों की शिनाख्त आदि में देरी नहीं होनी चाहिए।

  2. साक्ष्य सुरक्षा और जांच प्रक्रिया पारदर्शी हो – घटना स्थल, चोरों के नकाब, शोर मचाने की रिपोर्ट आदि को दर्ज किया जाना चाहिए।

  3. स्थानीय सुरक्षा उपाय – गाँवों में टॉर्च, ताला-चरखी, सुरक्षा गार्ड आदि व्यवस्था बढ़ाने की जरूरत है।

  4. पुलिस-प्रशासन का भरोसा बनाए रखना – रात में शिकायतें सुनने वाला पुलिस कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन आदि काम कर रहे हों; शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो।

  5. सामुदायिक समर्थन और जागरूकता – गाँवों को शोरगुल सुनने-समझने की चेतना बढ़ानी चाहिए कि अगर चोरी हो रही हो तो सुरक्षित तरीके से सत्या को सामने लाएँ।


निष्कर्ष

भानपुरी की यह घटना यह दिखाती है कि जब चोरी की नीयत से किया गया काम हिंसा की ओर मोड़ ले लेता है, तो परिणाम जानलेवा हो सकते हैं। किरीत राम साहू की जान चली गई, उनकी पत्नी में गहरा सदमा है और पूरा परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है।

लेकिन इस घटना से सिर्फ न्याय तक सीमित नहीं रहना चाहिए — समाज, प्रशासन और कानून हर उस पहलू पर विचार करें जो जीवन की सुरक्षा, सामाजिक विश्वास और अपराध के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करे। जब तक ऐसी वारदातों की पुनरावृत्ति को रोकने की ठोस व्यवस्था नहीं होगी, तब तक लोगों की जान और सम्मान सुरक्षित नहीं कहला पाएगा।

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