छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है। हाल ही में, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को नोटिस जारी किया है।

छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है। हाल ही में, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को नोटिस जारी किया है।

29, 9, 2025

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छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है। हाल ही में, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को नोटिस जारी किया है। इस कदम से राज्य में चल रही शराब घोटाले की जांच में और भी राजनीतिक रंग चढ़ गया है।

शराब घोटाले का खुलासा

शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ, जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। EOW की जांच में पता चला कि इस घोटाले में लगभग ₹3,200 करोड़ की हेराफेरी हुई है। इसमें 29 अधिकारियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से कई सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इन अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने अवैध शराब की बिक्री में मदद की और सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया।

कांग्रेस नेता को नोटिस

EOW ने कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को नोटिस जारी किया है। सूत्रों के अनुसार, इस नेता से पूछताछ की जाएगी, क्योंकि उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। हालांकि, अभी तक इस नेता का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस नोटिस के बाद कांग्रेस पार्टी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

निष्कर्ष

शराब घोटाला राज्य की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। EOW की कार्रवाई और कांग्रेस नेता को जारी नोटिस से यह मामला और भी गरमाया है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं, जो राज्य की राजनीति को प्रभावित करेंगे।

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