छत्तीसगढ़ में 6 नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों के निर्माण को मिली प्रशासकीय स्वीकृति

छत्तीसगढ़ में 6 नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों के निर्माण को मिली प्रशासकीय स्वीकृति

11, 8, 2025

11

image

छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 6 नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों के निर्माण को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इस निर्णय से प्रदेश के युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।


स्वीकृत जिलों की सूची

नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों के निर्माण के लिए जिन जिलों में स्वीकृति प्रदान की गई है, वे निम्नलिखित हैं:

  1. मनेंद्रगढ़

  2. जशपुर

  3. रायगढ़

  4. बिलासपुर

  5. दुर्ग

  6. जगदलपुर

इन महाविद्यालयों के निर्माण से संबंधित कुल बजट राशि ₹83.62 करोड़ निर्धारित की गई है। प्रत्येक महाविद्यालय के लिए लगभग ₹13.93 करोड़ की राशि आवंटित की गई है, जो कि भवन निर्माण, प्रयोगशालाओं, आवश्यक उपकरणों और अधोसंरचना के विकास पर खर्च की जाएगी।


मुख्यमंत्री का बयान

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस निर्णय को प्रदेश के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश के युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।


स्वास्थ्य मंत्री का बयान

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य शिक्षा नई ऊँचाइयों को छू रही है। नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों की स्थापना से प्रदेश के युवाओं को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा के अवसर मिलेंगे और फिजियोथेरेपी जैसी महत्वपूर्ण सेवा अब गांव-गांव तक पहुंच सकेगी।


विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि छत्तीसगढ़ में फिजियोथेरेपी कॉलेजों का विस्तार राज्य के दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को बड़ी राहत प्रदान करेगा। अब मरीजों को फिजियोथेरेपी उपचार के लिए बड़े शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि अपने ही जिले में सेवाएं मिल सकेंगी।

प्रदेश में पहले से मौजूद मेडिकल कॉलेजों और नर्सिंग कॉलेजों के साथ फिजियोथेरेपी कॉलेजों की यह नई श्रृंखला स्वास्थ्य शिक्षा की व्यापकता को और बढ़ाएगी। इससे छत्तीसगढ़ न केवल डॉक्टर और नर्स तैयार करेगा बल्कि विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट भी बड़ी संख्या में उपलब्ध कराएगा। इस निर्णय से रोजगार के नए अवसर भी सामने आएंगे। इन महाविद्यालयों के निर्माण से लेकर संचालन तक स्थानीय स्तर पर अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा और स्नातक होने वाले विद्यार्थी स्वास्थ्य संस्थानों में अपनी सेवाएं देकर प्रदेश की जरूरतें पूरी करेंगे।


निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ सरकार का यह निर्णय प्रदेश के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों की स्थापना से प्रदेश के युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। यह कदम प्रदेश को एक स्वस्थ और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर अग्रसर करेगा।

Powered by Froala Editor