छत्तीसगढ़ भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष, तारा चंद साहू, ने राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

छत्तीसगढ़ भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष, तारा चंद साहू, ने राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

29, 9, 2025

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छत्तीसगढ़ भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष, तारा चंद साहू, ने राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच (CSM) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य राज्य में एक प्रभावशाली तीसरे मोर्चे का निर्माण करना था। हालांकि, उनका यह प्रयास अपेक्षित सफलता नहीं प्राप्त कर सका, लेकिन उनके योगदान को राज्य की राजनीतिक धारा में महत्वपूर्ण माना जाता है।

तारा चंद साहू का राजनीतिक जीवन

तारा चंद साहू का जन्म 1 जनवरी 1947 को दुर्ग में हुआ था। उन्होंने 1990 और 1993 में मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए गुनरदेही से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद, उन्होंने 1996 से 2009 तक दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद के रूप में कार्य किया। 2009 के लोकसभा चुनावों से पहले उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था। निष्कासन के बाद, उन्होंने छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच की स्थापना की और राज्य में एक तीसरे मोर्चे का निर्माण करने का प्रयास किया।

छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच का गठन

तारा चंद साहू ने छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच (CSM) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य राज्य में भाजपा और कांग्रेस के विकल्प के रूप में एक मजबूत तीसरे मोर्चे का निर्माण करना था। उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP), लोक जनशक्ति पार्टी (LJP), समाजवादी पार्टी (SP), छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और अन्य क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने का प्रयास किया। उनका मानना था कि छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की रक्षा के लिए एक मजबूत क्षेत्रीय दल की आवश्यकता है।

CSM की चुनावी यात्रा और भाजपा में विलय

हालांकि छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच को विधानसभा चुनावों में अपेक्षित सफलता नहीं मिली, लेकिन पार्टी ने राज्य की राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। पार्टी के उम्मीदवारों ने कुछ सीटों पर भाजपा और कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी। 2014 में तारा चंद साहू के निधन के बाद, उनके पुत्र दीपक साहू ने पार्टी की कमान संभाली। हालांकि, पार्टी विधानसभा चुनावों में कोई उल्लेखनीय सफलता नहीं प्राप्त कर सकी। अंततः, 2014 में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने भाजपा में विलय कर लिया। मुख्यमंत्री रमन सिंह की उपस्थिति में यह विलय समारोह आयोजित किया गया। इस विलय से भाजपा को राज्य की राजनीति में और मजबूती मिली।

तारा चंद साहू का योगदान

तारा चंद साहू का योगदान छत्तीसगढ़ की राजनीति में अविस्मरणीय है। उन्होंने भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पार्टी को राज्य में मजबूत किया। उनकी नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नया मोड़ दिया। हालांकि उनका तीसरे मोर्चे का सपना पूरा नहीं हो सका, लेकिन उनके प्रयासों ने राज्य की राजनीति में क्षेत्रीय दलों की भूमिका को महत्वपूर्ण बना दिया।

तारा चंद साहू का निधन 11 नवंबर 2012 को मुंबई में हुआ। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और छत्तीसगढ़ की राजनीति में उनका नाम सम्मान से लिया जाएगा।

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