सितंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रही, जिससे निवेशकों के बीच चिंता और सतर्कता का माहौल था।

सितंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रही, जिससे निवेशकों के बीच चिंता और सतर्कता का माहौल था।

29, 9, 2025

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सितंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रही, जिससे निवेशकों के बीच चिंता और सतर्कता का माहौल था। हालांकि, 3 अक्टूबर को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के परिणामों के बाद बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिला। विशेषज्ञों के अनुसार, इस दिन बाजार में मजबूत इंट्राडे मोमेंटम देखने को मिला, जो खासतौर पर स्कैल्पर्स के लिए फायदेमंद साबित हुआ ।


📊 प्रमुख सूचकांकों का प्रदर्शन

  • Nifty 50: इस सप्ताह में Nifty 50 ने 19,800 के स्तर के आसपास कारोबार किया, जिसमें 19,600 और 20,000 के स्तर महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस के रूप में उभरे।

  • Bank Nifty: Bank Nifty ने 46,500 के स्तर के आसपास कारोबार किया, जिसमें 46,000 और 47,000 के स्तर महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस के रूप में उभरे।

  • Sensex: Sensex ने 80,000 के स्तर के आसपास कारोबार किया, जिसमें 79,500 और 80,500 के स्तर महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस के रूप में उभरे।


🔮 आगामी सप्ताह के लिए संभावनाएँ

विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी सप्ताह में बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है, और निवेशकों को सतर्क रहकर निवेश निर्णय लेने चाहिए। तकनीकी संकेतकों के अनुसार, Nifty 50 के लिए 19,600 और 20,000 के स्तर महत्वपूर्ण होंगे, जबकि Bank Nifty के लिए 46,000 और 47,000 के स्तर महत्वपूर्ण होंगे। Sensex के लिए 79,500 और 80,500 के स्तर महत्वपूर्ण होंगे।


🧠 निवेशकों के लिए सुझाव

  • तकनीकी विश्लेषण: तकनीकी संकेतकों का उपयोग करके सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों का मूल्यांकन करें।

  • विविधता: विभिन्न सेक्टर्स और स्टॉक्स में निवेश करके पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखें।

  • लंबी अवधि की योजना: लंबी अवधि के निवेश के लिए मजबूत मौलिक आधार वाली कंपनियों में निवेश पर विचार करें।


कुल मिलाकर, भारतीय शेयर बाजार में आगामी सप्ताह में अस्थिरता बनी रह सकती है, और निवेशकों को सतर्कता और सावधानी से निवेश निर्णय लेने चाहिए।

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