लखनऊ स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने 9 सितंबर 2025 को अपने 23वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।

लखनऊ स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने 9 सितंबर 2025 को अपने 23वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।

30, 9, 2025

9

image

लखनऊ स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने 9 सितंबर 2025 को अपने 23वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया। यह पहली बार था जब विश्वविद्यालय ने स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड्स की शुरुआत की, जिसमें सात विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर छात्रों को सम्मानित किया और उनके प्रयासों की सराहना की।


पुरस्कार प्राप्त करने वाले स्टार्टअप्स

  1. इम्पैकच सॉल्यूशन्स (Impacech Solutions): इस स्टार्टअप ने "लाइफ विजन" डिवाइस विकसित किया है, जो दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए 360° सुरक्षा प्रदान करता है।

  2. उर्बहाइड्रो किसान (Urbhydro Kishan): यह स्टार्टअप शहरी हाइड्रोपोनिक खेती को बढ़ावा देता है, जिससे बिना मिट्टी के पौधों की खेती संभव होती है।

  3. जे.जे.पी.के. इनोवेशन्स (JJPK Innovations): यह स्टार्टअप स्वास्थ्य देखभाल में नवाचार करता है, जिससे चिकित्सा सेवाओं में सुधार होता है।

  4. भारत वर्क (Bharat Work): यह स्टार्टअप सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में कार्य करता है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आता है।

  5. पल्सवेव इनोवेशन्स (Pulsewave Innovations): यह स्टार्टअप "रक्षा कवच" नामक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण विकसित करता है, जो महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ावा देता है।

  6. थर्डआई (ThirdEye): यह महिला नेतृत्व वाला स्टार्टअप दिव्यांगजनों के लिए तकनीकी समाधान प्रदान करता है, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार होता है।

  7. इनोवाकोर टेक्नोलॉजीज (Innovacore Technologies): यह स्टार्टअप "कवच 1.0" नामक एंटी-ड्रोन सिस्टम विकसित करता है, जो सुरक्षा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देता है।


दीक्षांत समारोह की विशेषताएँ

इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में कुल 53,943 छात्रों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं, जिनमें से 86 छात्रों को पीएचडी की डिग्री दी गई। इसके अतिरिक्त, 88 छात्रों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान किए गए। इस अवसर पर, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और एरोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भी उपस्थित रहे। डॉ. शुभांशु शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में डॉकिंग करने वाले पहले भारतीय के रूप में सम्मानित किया गया।


विश्वविद्यालय की डिजिटल पहल

इस वर्ष AKTU ने डिग्री और अंक पत्रों के वितरण में ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग किया, जिससे दस्तावेजों की सुरक्षा और प्रमाणीकरण में सुधार हुआ। यह कदम विश्वविद्यालय की डिजिटल पहल और पारदर्शिता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।


निष्कर्ष

AKTU का यह कदम छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में प्रेरित करने के लिए सराहनीय है। इन पुरस्कारों से यह स्पष्ट होता है कि विश्वविद्यालय न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है, बल्कि छात्रों को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी प्रेरित करता है। इस पहल से अन्य विश्वविद्यालयों को भी प्रेरणा मिलनी चाहिए कि वे छात्रों के नवाचारों को मान्यता दें और उन्हें आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करें।

Powered by Froala Editor