भारत में स्टार्टअप, तकनीक और सामाजिक बदलाव की दिशा

भारत में स्टार्टअप, तकनीक और सामाजिक बदलाव की दिशा

30, 9, 2025

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हाल ही में देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में स्टार्टअप, तकनीक और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुई हैं। आईआईटी कानपुर ने अब तक 500 से अधिक नवाचारों को मान्यता दी है, जिससे छात्रों और शोधकर्ताओं को अपने विचारों को व्यावसायिक रूप देने का अवसर मिला है। यह पहल भारतीय युवा नवाचार को बढ़ावा देने और देश में तकनीकी विकास को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई है।

राजस्थान में टीआईई अवार्ड्स के तहत महिलाओं के स्टार्टअप को 5 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। यह पहल महिलाओं को उद्यमिता में आगे बढ़ने और आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए प्रोत्साहित करती है। इन नवाचारियों और स्टार्टअप्स को मिलने वाली फंडिंग अब करोड़ों में पहुंच चुकी है। उदाहरण के लिए, इनोफेस्ट में 4 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग प्राप्त हुई।

इसी क्रम में, आईआईटी इंदौर ने 55 करोड़ रुपये की लागत से एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया है, जिसमें स्टार्टअप्स अपने उत्पादों और तकनीक का परीक्षण कर सकते हैं। यह केंद्र जल्द ही सिहस्सा आईटी पार्क में स्थानांतरित किया जाएगा। लखनऊ में आयोजित स्टार्टअप कॉन्क्लेव ने छात्रों, उद्यमियों और उद्योगपतियों को एक मंच पर लाकर नए विचारों और निवेश के अवसर प्रस्तुत किए।

छात्रों के लिए भी कई पुरस्कार और सम्मान की व्यवस्था की जा रही है। उदाहरण के लिए, लखनऊ के एचटीयू ने सात श्रेणियों में छात्र स्टार्टअप अवार्ड देने की घोषणा की है, जिन्हें राज्यपाल द्वारा दी जाएगी। शिवहर, बिहार के छात्रों के स्टार्टअप ने भी हाल ही में बड़ी सफलता प्राप्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर आईएसरो और गगनयान मिशन के माध्यम से अंतरिक्ष और स्टार्टअप्स में निवेश की दिशा में प्रोत्साहित किया।

गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) ने कॉर्पोरेट ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य छात्रों को उद्योग की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षित करना है। वहीं, लखीमपुर खीरी में बाढ़ प्रभावित 5,000 परिवारों को विशेष राहत किट वितरित की गई। इन किटों में मच्छरदानी, छाता, टॉर्च और अन्य आवश्यक सामान शामिल थे।

विकास मित्रों के लिए भी कई महत्वपूर्ण पहलें हुई हैं। खगड़िया, बिहार में विकास मित्रों को विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचे। इसके साथ ही, बिहार सरकार ने राज्य के 9,817 विकास मित्रों के लिए 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर प्रदान करने का निर्णय लिया है।

किसानों के मुद्दों पर भी कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुई हैं। चंदौली में किसानों ने भूमि अधिग्रहण और विकास की प्रक्रियाओं पर चिंता व्यक्त की। सासाराम में किसान मजदूर सभा के राष्ट्रीय सम्मेलन में जल, जंगल और जमीन के मुद्दों पर सरकार की नीतियों की आलोचना की गई। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में किसानों ने "खेती-किसान बचाओ, कॉरपोरेट का राज मिटाओ" के नारे लगाकर कॉरपोरेट हस्तक्षेप के खिलाफ विरोध जताया। मंगेर, बिहार में भी किसानों ने आरोप लगाया कि कृषि मंडियों को कॉरपोरेट कंपनियों के हाथों में सौंपा जा रहा है, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है।

क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल निवेश क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं। बिटकॉइन की कीमत $124,128 तक पहुंच गई, जो इसका अब तक का उच्चतम स्तर है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। भारत में CoinDCX एक्सचेंज पर $44 मिलियन की हैकिंग हुई, लेकिन उपयोगकर्ताओं के फंड सुरक्षित रहे। रेवारी और अलवर में क्रिप्टोकरेंसी निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाओं में लाखों रुपये की ठगी हुई, वहीं वाराणसी में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से पूछा कि बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार पर स्पष्ट नीति क्यों नहीं बनाई गई।

सामाजिक जागरूकता और जनहित के कार्यों में भी कई पहलें हुई हैं। अयोध्या में सीपीएम ने जन जागरण अभियान आयोजित किया, जिसमें किसानों, मजदूरों और आम जनता को उनके अधिकारों और सरकारी नीतियों के बारे में जागरूक किया गया। महिलाओं के सशक्तिकरण के संदेश को लेकर CCSU, मेरठ में सम्मेलन आयोजित किया गया।

इस प्रकार, देश में तकनीक, स्टार्टअप, कृषि, क्रिप्टोकरेंसी और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में लगातार बदलाव और प्रगति हो रही है। छात्रों, नवाचारकों, किसानों और आम जनता के लिए यह समय नए अवसरों और चुनौतियों से भरा हुआ है। सरकारी नीतियों और सामाजिक जागरूकता के साथ, देश में सतत विकास और नवाचार को मजबूत किया जा रहा है।

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